JSW MG मोटर्स ने अपनी गाड़ियों Comet EV और ZS EV दोनों के मूल्यों में आकर्षक छूट देकर ग्राहकों को इलैक्ट्रिक वाहनों की ओर आने में सुविधा कर दी है। यह कंपनी ने कुछ इस प्रकार किया है।
Windsor EV वाला BaaS (Battery as a Service) प्लान किया विस्तार
BaaS प्लान से हमने इलैक्ट्रिक वाहन खरीदना सुविधाजनक कर दिया हैै। Windsor पर लागू किये इस प्लान को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए हमने इसका विस्तार कंपनी की प्रसिद्ध इलैक्ट्रिक कारों Comet EV और ZS EV पर भी लागू कर दिया है। मुझे विश्वास है कि इस मॉडल से देश में इलैक्ट्रिक कारों को अपनाने में प्रोत्साहन मिलेगा।
-सत्येंद्र सिंह बाजवा, (Chief Commercial Officer), JSW MG Motors India
कुछ दिनों पहले आई Windsor EV के लॉन्च के बाद JSW MG मोटर्स ने उसमें उपयोग किये BaaS (Battery as a Service) प्लान का उनकी Comet EV और ZS EV में भी लागू कर विस्तार कर दिया है। इससे इन कारों के भी प्रारंभिक मूल्य आकर्षक रूप से कम हो गये हैं। इस प्लान में ग्राहक को बैटरी का मूल्य नहीं देना होता है। उसे केवल प्रति किलोमीटर होने वाले चार्ज का व्यय रेंटल के रूप में देकर कम खर्च पर उपयोग करने की सुविधा मिल जाती है।यह प्लान ग्राहकों के लिए गाड़ी के प्रारंभिक मूल्य को कम रख के उसे खरीदना सुविधाजनक कर देता है। एक बार लेने के बाद वह गाड़ी को कितने किलोमीटर चलाते हैं, इस पर प्रति किलोमीटर की लागत उन्हें देनी पड़ती है जिससे कि गाड़ी को लेना और उसे मेंटेन करना दोनों ग्राहक के लिए सरल हो जाता है।
5 लाख मात्र में MG Comet EV !
जहां MG की Comet EV का मूल्य पहले ₹ 6.99 लाख से आरंभ होता था, वहीं ग्राहक अब कंपनी के इस नए प्लान के कारण उसे ₹ 4.99 अथवा 5 लाख के आकर्षक मूल्य पर ले सकेंगे। एक बार लेने के बाद उन्हें केवल ₹ 2.5 प्रति किलोमीटर इस गाड़ी को चलाने की लागत के रूप में कंपनी को देने होंगे।
19 लाख की ZS EV अब 14 में !
Comet के साथ ही MG की ZS EV भी ₹ 19 लाख के स्थान पर केवल ₹ 14 लाख के आरंभिक मूल्य पर अब उपलब्ध है। इसमें ग्राहक द्वारा प्रति किलोमीटर ₹ 4.5 देय होंगे जिससे पहले की तुलना में गाड़ी का मूल्य लगभग 5 लाख रुपए कम होगा।
इस दृष्टि से Comet को प्रति किलोमीटर चलाने का खर्च सबसे कम है जो कि केवल ₹ 2.5 प्रति किलोमीटर है।
इस यूनिक ओनरशिप प्रोग्राम (Unique Ownership Program) पर बोलते हुए सत्येंद्र सिंह बाजवा, मुख्य वाणिज्य अधिकारी (Chief Commercial Officer), JSW MG Motors कहते हैं कि “BaaS प्लान से हमने इलैक्ट्रिक वाहन खरीदना सुविधाजनक कर दिया हैै। Windsor पर लागू किये इस प्लान को मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए हमने इसका विस्तार कंपनी की प्रसिद्ध इलैक्ट्रिक कारों Comet EV और ZS EV पर भी लागू कर दिया है। मुझे विश्वास है कि इस मॉडल से देश में इलैक्ट्रिक कारों को अपनाने में प्रोत्साहन मिलेगा।”
MG Comet 230 किलोमीटर प्रति चार्ज की रेंज वाली बैटरी के साथ आती है जिसमें 55 i-smart फीचर्स मिल जाते हैं। वहीं MG ZS EV 50.3 kWh की बैटरी सहित 461 किलोमीटर एक चार्ज पर चल सकती है।
Windsor पर लागू किया 3-60 Assured Buyback भी इन दोनों कारों पर उपलब्ध करवा दिया गया है जिससे 3 वर्ष के बाद गाड़ी को उसके 60% मूल्य पर कंपनी ग्राहक से लेने का आश्वासन देती है। ऐसा करने से ग्राहक के लिए गाड़ी को बेचना या अपग्रेड करना सुविधाजनक हो जाएगा।
इलैक्ट्रिक वाहनों को प्रबल प्रोत्साहन
JSW MG मोटर्स इंडिया के Battery as a Service प्रोग्राम का MG Comet EV और MG ZS EV मॉडलों में विस्तार इलैक्ट्रिक वाहनों की खरीद में प्रबल प्रोत्साहन का कार्य करेगा क्योंकि इससे ग्राहक के लिए इलैक्ट्रिक गाड़ियों का प्रारंभिक मूल्य प्रभावशाली रूप से कम होता है जो उन्हें यह कारें खरीदने के लिए आकर्षित करेगा।
इलैक्ट्रिक कारों को व्यापक रूप से नहीं अपनाने का प्रमुख कारण उनका बहुत अधिक प्रारंभिक मूल्य है। इससे जनता यही सोचती है कि इलैक्ट्रिक कारें बहुत महंगी होती है भले ही उन्हें खरीदने के बाद उनकी चलाने की लागत उतनी ना हो। यह ग्राहकों को इलैक्ट्रिक कारें प्रयोग करने की सोचने ही नहीं देता है। इस प्रोग्राम से कंपनी ने यही समस्या मिटाने का प्रयास किया है। उपयोग के आधार पर बैटरी का खर्चा देने का विकल्प ग्राहकों के लिए इलैक्ट्रिक वाहनों की ओर आना सहज और सरल कर देता है।
इसी के साथ 60% मूल्य पर 3 साल बाद कार को खरीद लिए जाने का आश्वासन भी ग्राहक में बिना किसी घाटे के गाड़ी को बेचने की सुविधा देकर उसे EV लेने का प्रोत्साहन देता है। इलैक्ट्रिक कारों को मुख्य धारा में जोड़ने में फाइनेंस पार्टनर्स जैसे Bajaj Finserv, Hero Fincorp, Vidyut और Ecofy Autovert भी अपना योगदान दे रहे हैं। MG का यह प्लान भारत के प्रदूषण रहित यातायात पर दिए जा रहे ध्यान की दिशा में एक अच्छा प्रयास है। इससे इलैक्ट्रिक आवागमन के साथ-साथ सरकार के प्रदूषण को कम करने वाले और स्वच्छ ऊर्जा के साधनों का उपयोग करने पर बल देने वाले मत को समर्थन मिलता है।